CAR: वायु मैदान पर हमला, एक शान्तिरक्षक की मौत, यूएन प्रमुख ने की निन्दा | UN Integrated Stabilization in Central African Republic (CAR)
मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में संयुक्त राष्ट्र के स्थिरता मिशन – MINUSCA ने एक वक्तव्य में बताया है कि ये हमला देश के दक्षिणपूर्वी इलाक़े ओबो में गुरूवार की सुबह हुआ, जोकि काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य और दक्षिण सूडान की सीमाओं से मिलता है.
वक्तव्य के अनुसार मिशन ने उस घटनाक्रम से सम्बन्धित तमाम परिस्थितियों का पता लगाने के लिए तत्काल जाँच शुरू कर दी.
सम्भावित युद्धापराध
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को अपने प्रवक्ता के माध्यम से जारी एक वक्तव्य में, इस हमले में मौत का निशाना बनने वाले शान्तिरक्षक के परिवार, मोरक्को की राजशाही और वहाँ के लोगों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ध्यान दिलाया कि इस तरह के हमले, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अन्तर्गत युद्धापराध परिभाषित हो सकते हैं.
उन्होंने साथ ही मध्य अफ़्रीकी गणराज्य की सरकार से इस त्रासदी के लिये ज़िम्मेदार तत्वों की निशानदेही करने में कोई क़सर नहीं छोड़ने का आहवान भी किया है ताकि उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके.
देश में यूएन स्थिरता मिशन ने याद दिलाया कि यूएन शान्तिरक्षकों यानि ब्लू हैलमेट कर्मियों पर किसी भी तरह के हमले के लिये, राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मुक़दमे चलाए जा सकते हैं.
यूएन सुरक्षा परिषद ने भी शुक्रवार देर रात को एक वक्तव्य जारी किया जिसमें कड़े शब्दों में इस हमले की निन्दा की गई है.
सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने देश में यूएन स्थिरता मिशन को अपना पूर्ण समर्थन भी व्यक्त किया है, साथ ही मिशन में सक्रिय शान्तिरक्षकों और शान्ति में योगदान करने वाले देशों की व्यापक सराहना की है.
CAR के साथ यूएन एकजुटता
एंतोनियो गुटेरेश ने मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) की सरकार और वहाँ के लोगों के साथ संयुक्त राष्ट्र की एकजुटता फिर दोहराई है.
देश में यूएन स्थिरता मिशन वर्ष 2014 से सक्रिय है जहाँ उसकी प्रथम प्राथमिकता, वर्षों के संघर्ष की चपेट में आए आम लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की है.
देश में अनेक दशकों की अस्थिरता के बाद, वर्ष 2012 में, मुख्यतः मुस्लिम बहुल सेलेका विद्रोही गठबन्धन ने अनेक हमले शुरू किए थे जिनके बाद वो राजधानी पर नियंत्रण करने में सफल रहे थे, और सत्ता एक अस्थाई सरकार को सौंप दी गई थी. मगर मुख्यतः ईसाई बहुल बलाका आन्दोलन के बढ़ने से जातीय या साम्प्रदायिक संघर्ष भड़क उठे थे.
देश में संयुक्त राष्ट्र का स्थिरता मिशन (MINUSCA) हाल के महीनों में अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है और उसका शासनादेश हाल ही में एक और वर्ष के लिये बढ़ाया गया है.
नवम्बर के आरम्भ में कैमेरून की सीमा के निकटवर्ती इलाक़े में एक गश्त के दौरान तीन शान्तिरक्षकों की मौत हो गई थी.
मिनुस्का लगातार देश की सरकार से, संयुक्त राष्ट्र की रात्रि उड़ानों पर से पाबन्दी हटाने की मांग करता रहा है और ऐसा कर्मचारियों की सुरक्षा व मानवीय सहायता के वितरण की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिये किया जाता रहा है.
ठोस प्रतिक्रिया
मिनुस्का प्रमुख वैलेंटाइन रुगवाबिज़ा का कहना है कि मिशन सशस्त्र गुटों की तरफ़ से जारी धमकियों के मद्देनज़र, विभिन्न सिविल समुदायों से मिल रही सुरक्षा चुनौतियों की प्रतिक्रिया में ठोस, निरोधात्मक और सक्रिय रुख़ अपनाता रहा है.
उन्होंने कहा कि मिशन, जहाँ भी व्यवस्था बहाल करने के लिये ज़रूरत होगी, वहाँ अपने बलों की तैनाती करता रहेगा, निरस्त्रीकरण व पुनर्वास के प्रयासों को आगे बढ़ाता रहेगा, और विद्रोहियों के आपूर्ति मार्गों को अवरुद्ध करता रहेगा.