पाकिस्तान बाढ़: छह महीने के दौरान, यूएन एजेंसियों की सहायता सक्रियता


यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि ये सहायता, पाकिस्तान सरकार के नेतृत्व में चलाए गए बाढ़ सहायता प्रयासों के अन्तर्गत मुहैया कराई गई.

प्रवक्ता के अनुसार, कुछ परिवारों ने पाकिस्तान सरकार द्वारा मुहैया कराई गई रक़म की मदद से, अपने घर बनाने शुरू कर दिए हैं.

संयुक्त राष्ट्र, स्थानीय समुदायों की पुनर्बहाली, उनकी आजीविकाएँ बहाल करने और अगले मानसूनी मौसम का मुक़ाबला करने की तैयारियों में, पाकिस्तान सरकार के प्रयासों को समर्थन दे रहा है.

अलबत्ता, पाकिस्तान बाढ़ राहत अपील में, वर्ष 2023 के लिए आबंटित धनराशि का केवल 30 प्रतिशत हिस्सा ही प्रात हुआ है, और ऐसे में बाल कुपोषण की दर ख़ास चिन्ता का कारण बनी हुई है.

यूएन प्रवक्ता ने बताया है कि इस तरह की चुनौतियाँ, वैश्विक स्तर पर ईंधन व खाद्य पदार्थों की बढ़ती क़ीमतों के कारण और भी जटिल हो रही हैं.

पाकिस्तान के मीरपुर गाँव में कुछ बच्चे, 15 सितम्बर 2022 को, बाढ़ के ठहरे हुए पानी के एक तालाब के निकट.

बच्चों व माताओं की विशेष सहायता

प्रवक्ता के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ और उसके साझीदार संगठनों ने, लगभग दस लाख बच्चों और क़रीब साढ़े आठ लाख माताओं तक, जीवन रक्षक पोषण सामग्री पहुँचाई है, जिसकी मदद से, अत्यन्त गम्भीर रूप से कुपोषित बच्चों में, भारी संख्या में मौतें टाली जा सकी हैं.

हालाँकि कुपोषित बच्चों की मदद करने के सहायता कार्यक्रम की कुल लक्षित धनराशि का केवल एक तिहाई हिस्सा प्राप्त हुआ है जिसके कारण, लगभग पाँच करोड़ 90 लाख डॉलर की धनराशि की क़िल्लत बरक़रार है.

यूएन एजेंसियों के अनुसार, ये स्थिति विशेष रूप से चिन्ताजनक है क्योंकि पाकिस्तान में 15 लाख से भी ज़्यादा बच्चे, अत्यन्त गम्भीर कुपोषण के शिकार हैं. और लगभग एक करोड़ 20 लाख बच्चे विकास अवरुद्धता से पीड़ित हैं, जिससे बच्चों के शरीरों और दिमाग़ों के विकास को अपूर्णनीय क्षति हो सकती है.

यूएन प्रवक्ता ने बताया कि यूएन स्वास्थ्य एजेंसी WHO ने पाकिस्तान में, स्वास्थ्य कार्यक्रमों के ज़रिए लगभग 30 लाख लोगों तक मदद पहुँचाई है मगर बीमारियों की निगरानी और उपचार व्यवस्थाओं को मज़बूत करने के लिए, और ज़्यादा धन की दरकार है.

प्रवक्ता के अनुसार, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने भी लगभग 70 लाख लोगों को, खाद्य सुरक्षा और कृषि सम्बन्धी सहायता मुहैया कराई है. अलबत्ता, अब भी बहुत से परिवारों को सहायता की आवश्यकता है क्योंकि उन्हें संकट स्तर पर खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है. लगभग 40 लाख लोगों पर अब भी जोखिम बना हुआ है.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) और अन्तरराष्ट्रीय रैडक्रॉस और रैडक्रैसेंट संघ (IFRC) ने 30 लाख लोगों तक आश्रय सम्बन्धित और अन्य खाद्य इतर सहायता मुहैया कराई है.

अब भी लगभग 20 लाख परिवारों तक समुचित आश्रय सहायता पहुँचाने के लिए धन की दरकार है. ये ऐसे परिवार हैं जिनके घर या तो पूरी तरह तबाह हो गए हैं या उन्हें बड़ा नुक़सान हुआ है, जबकि उन्हें जल्द ही एक अन्य मानसूनी मौसम का भी सामना करना पड़ेगा.

यूएन प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ का पानी अब काफ़ी ढल चुका है, मगर लगभग 45 लाख लोग अब भी बाढ़ के ठहरे हुए, दूषित पानी के निकट रह रहे हैं.

पाकिस्तान सरकार ने संघीय और प्रान्तीय स्तर पर आपदा पुनर्बहाली ढाँचा भी शुरू किया है.



From संयुक्त राष्ट्र समाचार

Mehboob Khan

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