यूक्रेन: समाधनों व न्यायसंगत शान्ति के लिए प्रयास जारी रखने का संकल्प


एंतोनियो गुटेरेश ने, यूक्रेन में फ़रवरी 2022 में शुरू हुए रूसी आक्रमण के बाद, पूर्ण स्तर के युद्ध के पीड़ितों के साथ, “प्रबल एकजुटता” व्यक्त की है.

चार्टर का उल्लंघन

यूएन प्रमुख ने ज़ोरदार लहजे में कहा, “संयुक्त राष्ट्र का रुख़ बिल्कुल प्रखर है, जिसे मैं बारम्बार व्यक्त करता रहा हूँ: यूक्रेन पर रूस का आक्रमण, यूएन चार्टर और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन है.”

उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि यूक्रेन की सम्प्रभुता, स्वतंत्रता, और अखंडता को, उसकी अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं के भीतर अक्षुण्ण रखा जाना होगा, जोकि 1991 में, सोवियत संघ के विघटन के बाद, देश की स्वतंत्रता के समय निर्धारित की गई थीं.

उन्होंने कहा कि जब तक न्यायसंगत शान्ति हासिल नहीं कर ली जाती है, संयुक्त राष्ट्र, तब तक युद्ध के परिणामों के प्रभावों को कम करने के लिए कड़ी मेहनत करता रहेगा.

“युद्ध ने यूक्रेन के लोगों के लिए भारी तकलीफ़ें पैदा की हैं, जिनके विश्व स्तर पर भी गम्भीर परिणाम हुए हैं.”

यूएन महासचिव ने ध्यान दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र, इस युद्ध के दौरान पूरे समय, देश में ज़मीन पर मौजूद रहा है जिस दौरान लाखों लोगों तक सहायता पहुँचाई गई है.

यूएन प्रमुख ने कहा, “मैं युद्ध के तमाम पीड़ितों के साथ अपनी प्रबल एकजुटता व्यक्त करना चाहता हूँ. उनके लिए जिन्हें अपनी और अपने प्रियजन की ज़िन्दगियों से हाथ धोना पड़ा है. जिन्होंने देखा है कि उनकी उम्मीदें मिट्टी में मिल गई हैं, और उनके साथ भी जिन्हें जीवित रहने के लिए विस्थापित होना पड़ा है.”

“दरअसल उन सभी को असरदार जवाबदेही की दरकार है.”

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी – IAEA को, यूक्रेन में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए, पूरी तरह सक्रिय बनाया हुआ है. इसमें ज़ैपोरिझझिया स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी शामिल है.

2.3 करोड़ टन अनाज

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश (बाएँ), यूक्रेन की यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाक़ात करते हुए.

यूएन प्रमुख द्वारा प्रस्तावित काला सागर अनाज पहल पर रूस, यूक्रेन, तुर्कीये और संयुक्त राष्ट्र ने, जुलाई 2022 में हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत यूक्रेनी बन्दरगाहों से दुनिया भर के लिए दो करोड़ 30 लाख टन अनाज का निर्यात सम्भव हो सका है.

इस समझौते का नवम्बर 2022 में विस्तार किया गया था और इसकी अवधि एक पखवाड़े के भीतर समाप्त होने वाली है.

इस समझौते के क्रियान्वयन का कामकाज, इस्तान्बूल स्थित संयुक्त समन्वय केन्द्र (JCC) करता है जिसने विश्व भर में खाद्य क़ीमतों को नीचे लाने में अहम भूमिका निभाई है.

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि काला सागर अनाज निर्यात समझौते की बदौलत, विशेष रूप से विकासशील दुनिया में लोगों को अहम राहत पहुँची है, जोकि इस युद्ध के कारण उच्च क़ीमतें अदा करने को विवश हैं.”

उन्होंने दोहराते हुए कहा कि यूक्रेन से अनाज निर्यात के साथ-साथ रूसी खाद्य उत्पादों और उर्वरकों का निर्यात, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और मूल्यों में स्थिरता के लिए अत्यावश्यक है. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि ये बहुत ज़रूरी है कि ये समझौता, इस महीने से भी आगे जारी रहे.

समाधानों के लिए समर्थन

यूएन प्रमुख ने कहा, “हम मानवीय समस्याओं के समाधानों के लिए यथासम्भव समर्थन देना जारी रखेंगे – जिनमें युद्ध बन्दियों के आदान-प्रदान के लिए मौजूदा व्यवस्था का सार्थक विस्तार शामिल है, जब तक इसकी ज़रूरत रहे.”

उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं जिनमें सम्भवतः एक यूक्रेनी सैनिक को, आनन-फानन में मार दिया गया. उन तस्वीरों को देखना हृदयविदारक था और ये त्रासद घटना ये भी याद दिलाती है कि युद्ध के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना होगा.



From संयुक्त राष्ट्र समाचार

Mehboob Khan

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