इससे पहले, सूडान की सेना और अर्द्धसैनिक बल RSF के बीच लड़ाई के पहले ही दिन, विश्व खाद्य कार्यक्रम के तीन कर्मचारी मारे गए थे, जिसके बाद यूएन एजेंसी ने, देश में जीवनरक्षक खाद्य सहायता अभियान को अस्थाई तौर पर रोक दिया था.
सुरक्षा, बड़ी प्राथमिकता
यूएन एजेंसी की कार्यकारी निदेशक ने बताया कि अगले कुछ दिनों में गेडारेफ़, गेज़ीरा, कस्साला और व्हाइट नाइल राज्यों में खाद्य सहायता अभियान शुरु होने की उम्मीद है.
असुरक्षित परिस्थितियों और मानवीय संकट के बीच केवल उन्हीं क्षेत्रों में सहायता अभियान बहाल किए जाने पर विचार किया जा रहा है, जहाँ मानवीय सहायता मार्ग का भरोसा दिया गया है.
साथ ही, मानवीय सहायताकर्मियों की सुरक्षा, मौजूदा क्षमता और सहायता आपूर्ति की पहुँच से सम्बन्धित अन्य पहलुओं को भी ध्यान में रखा गया है.
कार्यकारी निदेशक मैक्केन ने कहा, “बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के दौरान, हम सभी सहायताकर्मियों और साझीदारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का पूरा ध्यान रखेगें.”
भुखमरी की आशंका
सिंडी मैक्केन ने ध्यान दिलाया कि सूडान में हिंसक संघर्ष से पहले ही, डेढ़ करोड़ से अधिक लोग गम्भीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे थे. उन्होंने परस्पर विरोधी पक्षों से लड़ाई तत्काल रोकने की आवश्यकता को रेखंकित किया है.
उन्होंने चेतवानी जारी की है कि देश में मौजूदा हालात के कारण खाद्य असुरक्षा का शिकार लोगों की संख्या में ‘बड़ी वृद्धि होने की आंशका है.
“ये कुछ ऐसे समय हैं, जब WFP और हमारे संयुक्त राष्ट्र साझीदारों की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है.”