एंतोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर लूटपाट से, अगर सभी यूएन एजेंसियाँ नहीं तो, ज़्यादातर मानवीय सहायता साझीदार प्रभावित हुए हैं.
देश में राष्ट्रीय सेना और मिलिशिया गुट – RSF के दरम्यान 15 अप्रैल को भड़की ये लड़ाई अब चौथे सप्ताह में प्रवेश कर चुकी है.
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने सोमवार को दैनिक प्रैस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि सप्ताहान्त के दौरान, कुछ अज्ञात तत्वों ने, मुख्य रूप में, कार्यालय और कम्प्यूटर उपकरणों की लूटपाट की है.
खाद्य सामग्री भी लूटी
फ़रहान हक़ ने ध्यान दिलाया कि लगभग 17 हज़ार मीट्रिक टन खाद्य सामग्री की लूटपाट की गई है, जोकि लड़ाई शुरू होने के कुछ आरम्भिक दिनों के दौरान की गई, जिसकी क़ीमत लगभग 1.3 करोड़ डॉलर है.
अलबत्ता, लूटी गई सामग्री की तादाद उससे भी ज़्यादा हो सकती है, जिसके बारे में, पूर्ण लेखा-जोखा किए जाने के बाद ही, मालूम हो सकेगा.
उप प्रवक्ता ने कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) में हुई इस लूटपाट ने, बहुत से लोगों को सम्भवतः जीवन-रक्षक सहायता से वंचित कर दिया है.
उन्होंने अलबत्ता ये पुष्टि भी कि गत सप्ताहान्त के दौरान हुई लूटपाट में, खाद्य सामग्री की लूट शामिल नहीं है.
यूएन प्रमुख के वक्तव्य में कहा गया है, “यह संकट शुरू होने के बाद से, मानवीय सहायता सुविधाओं का यह नवीनतम उल्लंघन है.”
वक्तव्य के अनुसार, “महासचिव ने सभी पक्षों से मानवीय सहायता कर्मियों और सुविधाओं की सुरक्षा और सम्मान किए जाने की ज़रूरत को दोहराया है, जिनमें अस्पताल भी शामिल हैं.”
“लोगों की ज़िन्दगियाँ बचाने की ख़ातिर, आम लोगों और सिविल ढाँचे की संरक्षा किया जाना बहुत ज़रूरी है.”
उन्होंने कहा कि इस मानवीय त्रासदी में फँसे सूडानी लोगों की ज़रूरतों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाना ज़रूरी है.
उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और उसके मानवीय सहायता साझीदार, सहायता अभियानों का दायरा बढ़ाने पर काम कर रहे हैं, जिनमें देश भर में सहायता वितरण नैटवर्क को बेहतर बनाना भी शामिल है.