महासचिव के प्रवक्ता द्वारा जारी एक वक्तव्य में एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में मंगलवार को फ़लस्तीनी चरमपंथी गुट, इस्लामिक जिहाद आन्दोलन (PIJ) के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए इसराइली सैन्य हमलों की चपेट में आने से, आम नागरिकों की मौत की निन्दा की है. इस हमले में इस्लामिक जिहाद के तीन नेता भी मारे गए हैं.
कुल मिलाकर, मंगलवार सुबह हुए हवाई हमलों में 13 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है, जिनमें पाँच महिलाएँ और चार बच्चे भी थे.
नागरिकों की हत्या बन्द होनी चाहिए
महासचिव ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की मौत “अस्वीकार्य है और ऐसी घटनाएँ तुरन्त बन्द होनी चाहिए.”
वक्तव्य में उन्होंने कहा, “इसराइल को अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के अन्तर्गत अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए, जिसमें बल का आनुपातिक प्रयोग और सैन्य अभियानों में नागरिकों एवं नागरिक वस्तुओं के बचाव के लिए सभी सम्भव सावधानियाँ बरतना शामिल है.”
समाचारों के अनुसार, मंगलवार के हमलों के जवाब में, इसराइल क़ब्ज़े वाले और उसकी सीमा से लगे फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी चरमपंथियों ने, 460 से अधिक रॉकेट दागे, जबकि इसराइल ने ग़ाज़ा के भीतर 130 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया.
स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक घायल हुए हैं.
बताया जा रहा है कि कुछ इसराइली लोग, रॉकेट से बचने के लिए भागते समय घायल हुए, लेकिन ज़्यादातर लोग उनकी चपेट में आ गए.
अन्धाधुन्ध रॉकेट हमले बन्द हो
महासचिव ने अपने वक्तव्य में “ग़ाज़ा से इसराइल में अन्धाधुन्ध रॉकेट हमलों की भी निन्दा की, जो अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के ख़िलाफ़ हैं और फ़लस्तीनी एवं इसराइली नागरिकों को एक ही तरह ख़तरे में डालते हैं.”
एंतोनियो गुटेरेश ने हिंसा में हुई इस हालिया वृद्धि के लिए सभी पक्षों से “अधिकतम संयम बरतने” और लड़ाई तुरन्त समाप्त करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया.
वक्तव्य के अनुसार, “वो प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर, संघर्ष का हल निकालने के लिए, फ़लस्तीनियों एवं इसराइलियों का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.”