मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने ये जानकारी गुरूवार को, तुर्कीये के इस्तान्बुल शहर में हुई एक बैठक में दी, जो इस पहल के भविष्य पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी.
ग़ौरतलब है कि यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया भर में खाद्य सामग्रियों व उर्वरकों की भारी क़िल्लत के मद्देनज़र, अनाज की उपलब्धता बनाए रखने के उद्देश्य से, यूएन समर्थित काला सागर पहल वजूद में आई थी, जिस पर यूक्रेन और रूस के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और तुर्कीये ने भी हस्ताक्षर किए थे.
वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण
यूएन प्रवक्ता की तरफ़ से, इस बैठक के बारे में संवाददाताओं को जारी जानकारी में, मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने यूक्रेन से निर्यात का आँकड़ा 3 करोड़ मीट्रिक टन हो जाने पर, इस समझौते के सभी पक्षों को बधाई दी है.
ये पक्ष इस पहल के क्रियान्वयन के लिए इस्तान्बुल स्थित संयुक्त समन्वय केन्द्र (JCC) का संचालन करते हैं.
मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए, इस पहल की महत्ता को भी दोहरायाहै.
यूएन राहत मामलों के प्रमुख ने, रूस से हुए खाद्य और उर्वरक निर्यात के योगदान की महत्ता को भी रेखांकित किया है.
यूएन प्रस्ताव
यूएन प्रवक्ता ने बताया कि गुरूवार की बैठक में, काला सागर पहल की समय सीमा बढ़ाने के संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई. “पक्षों ने अपने विचार रखे और आगे भी चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए.”
मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने ज़ोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक खाद्य असुरक्षा से निपटने के वृहद प्रयासों के तहत, काला सागर निर्यात पहल की निरन्तरता और पूर्ण क्रियान्वयन के लिए, सभी पक्षों के साथ निकटता से काम करना जारी रखेगा.
अत्यन्त ज़रूरतमन्दों के लिए अनाज
इस पहल के बारे में गत सोमवार को जारी किए गए नवीनतम आँकड़ों में दिखाया गया है कि विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) द्वारा चलाए गए जहाज़ों में, लगभग छह लाख मीट्रिक टन अनाज रवाना किया गया है, जोकि अफ़ग़ानिस्तान, इथियोपिया, केनया, सोमालिया और यमन में, एजेंसी के मानवीय सहायता कार्यों को समर्थन देने के लिए था.
वर्ष 2022 के दौरान, यूक्रेन ने विश्व खाद्य कार्यक्रम की कुल वैश्विक गेहूँ ख़रीद के आधे से ज़्यादा हिस्से की आपूर्ति की थी. वर्ष 2021 में भी यही स्थिति थी.
अलबत्ता, इस पहल की अवधि बढ़ाने के मुद्दे पर पिछले कुछ महीनों में बातचीत जारी रहने के दौरान, निर्यात में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
संयुक्त समन्वय केन्द्र (JCC) द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण में ख़ासी गिरावट आई है और मई महीने में हर दिन औसतन 2.9 पूर्ण निरीक्षण हुए.
इस समझौते के यूएन समन्वय कार्यालय द्वारा सोमवार को उपलब्ध कराई गई नवीनतम जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र और तुर्कीये के प्रतिनिधि, जहाज़ों के आवागमन के निरीक्षण को आसान बनाने के मुद्दे पर, यूक्रेन और रूस के साथ निकटता से काम कर रहे हैं.